Saturday, August 20, 2011

जिन्दा हो तुम

दिलों में अगर तुम बेताबिया लेकर चल रहे तो जिन्दा हो तुम
नज़र में ख्वाबों की बिजलिया लेकर चल रहे हो तो जिन्दा हो तुम
हवा के झोकों की तरह आज़ाद रहना सीखो
दरिया की तरह लहरों में बहना सीखो
हर एक लम्हों से तुम मिलो खोले अपनी बाहें
हर एक नया पल नया समां देखे ये निगाहे
जो अपने आखो में हैरानिया  लेकर चल रहे तो जिन्दा हो तुम

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