Sunday, October 21, 2012

दिल आज उदास है

दिल आज उदास है,
घर जाने की आस है
अपना कोई नहीं पास है,
अपनों से मिलने का कयास है

Sunday, July 8, 2012

SATYAMEV JAYATE

SATYAMEV JAYTE
1 July 2012Episode 01 Alcohol Abuse : Think Before You Drink
1 July 2012Episode 02 Alcohol Abuse : Think Before You Drink
1 July 2012Episode 03 Alcohol Abuse : Think Before You Drink
1 July 2012Episode 04 Alcohol Abuse : Think Before You Drink
1 July 2012Episode 05 Alcohol Abuse : Think Before You Drink
1 July 2012Episode 09 Alcohol Abuse : Think Before You Drink
8 July 2012Episode 10 Untouchability : Dignity For All

Tuesday, May 15, 2012

माँ तुझे प्रणाम

किसी की ख़ातिर अल्‍ला होगा, किसी की ख़ातिर राम
लेकिन अपनी ख़ातिर तो है, माँ ही चारों धाम
जब आँख खुली तो ‍मा की गोदी का एक सहारा था
उसका नन्‍हा-सा आँचल मुझको भूमण्‍डल से प्‍यारा था
उसके चेहरे की झलक देख चेहरा फूलों-सा खिलता था
उसके स्‍तन की एक बूंद से मुझको जीवन मिलता था
हाथों से बालों को नोचा, पैरों से खूब प्रहार किया
फिर भी उस माँ ने पुचकारा हमको जी भर के प्‍यार किया
मैं उसका राजा बेटा था वो आँख का तारा कहती थी
मैं बनूँ बुढ़ापे में उसका बस एक सहारा कहती थी
उंगली को पकड़ चलाया था पढ़ने विद्यालय भेजा था
मेरी नादानी को भी निज अन्‍तर में सदा सहेजा था
मेरे सारे प्रश्‍नों का वो फौरन जवाब बन जाती थी
मेरी राहों के काँटे चुन वो ख़ुद ग़ुलाब बन जाती थी
मैं बड़ा हुआ तो कॉलेज से इक रोग प्‍यार का ले आया
जिस दिल में माँ की मूरत थी वो रामकली को दे आया
शादी की, पति से बाप बना, अपने रिश्‍तों में झूल गया
अब करवाचौथ मनाता हूँ माँ की ममता को भूल गया
हम भूल गए उसकी ममता, मेरे जीवन की थाती थी
हम भूल गए अपना जीवन, वो अमृत वाली छाती थी
हम भूल गए वो ख़ुद भूखी रह करके हमें खिलाती थी
हमको सूखा बिस्‍तर देकर ख़ुद गीले में सो जाती थी
हम भूल गए उसने ही होठों को भाषा सिखलाई थी
मेरी नींदों के लिए रात भर उसने लोरी गाई थी
हम भूल गए हर ग़लती पर उसने डाँटा-समझाया था
बच जाऊँ बुरी नज़र से काला टीका सदा लगाया था
हम बड़े हुए तो ममता वाले सारे बन्‍धन तोड़ आए
बंगले में कुत्ते पाल लिए माँ को वृद्धाश्रम छोड़ आए
उसके सपनों का महल गिरा कर कंकर-कंकर बीन लिए
ख़ुदग़र्ज़ी में उसके सुहाग के आभूषण तक छीन लिए
हम माँ को घर के बँटवारे की अभिलाषा तक ले आए
उसको पावन मंदिर से गाली की भाषा तक ले आए
माँ की ममता को देख मौत भी आगे से हट जाती है
गर माँ अपमानित होती, धरती की छाती फट जाती है
घर को पूरा जीवन देकर बेचारी माँ क्‍या पाती है
रूखा-सूखा खा लेती है, पानी पीकर सो जाती है
जो माँ जैसी देवी घर के मंदिर में नहीं रख सकते हैं
वो लाखों पुण्‍य भले कर लें इंसान नहीं बन सकते हैं
माँ जिसको भी जल दे दे वो पौधा संदल बन जाता है
माँ के चरणों को छूकर पानी गंगाजल बन जाता है
माँ के आँचल ने युगों-युगों से भगवानों को पाला है
माँ के चरणों में जन्नत है गिरिजाघर और शिवाला है
हिमगिरि जैसी ऊँचाई है, सागर जैसी गहराई है
दुनिया में जितनी ख़ुशबू है माँ के आँचल से आई है
माँ कबिरा की साखी जैसी, माँ तुलसी की चौपाई है
मीराबाई की पदावली ख़ुसरो की अमर रुबाई है
माँ आंगन की तुलसी जैसी पावन बरगद की छाया है
माँ वेद ऋचाओं की गरिमा, माँ महाकाव्‍य की काया है
माँ मानसरोवर ममता का, माँ गोमुख की ऊँचाई है
माँ परिवारों का संगम है, माँ रिश्‍तों की गहराई है
माँ हरी दूब है धरती की, माँ केसर वाली क्‍यारी है
माँ की उपमा केवल माँ है, माँ हर घर की फुलवारी है
सातों सुर नर्तन करते जब कोई माँ लोरी गाती है
माँ जिस रोटी को छू लेती है वो प्रसाद बन जाती है
माँ हँसती है तो धरती का ज़र्रा-ज़र्रा मुस्‍काता है
देखो तो दूर क्षितिज अंबर धरती को शीश झुकाता है
माना मेरे घर की दीवारों में चन्‍दा-सी मूरत है
पर मेरे मन के मंदिर में बस केवल माँ की मूरत है
माँ सरस्‍वती, लक्ष्‍मी, दुर्गा, अनुसूया, मरियम, सीता है
माँ पावनता में रामचरितमानस् है भगवद्गीता है
मा तेरी हर बात मुझे वरदान से बढ़कर लगती है
हे माँ तेरी सूरत मुझको भगवान से बढ़कर लगती है
सारे तीरथ के पुण्‍य जहाँ, मैं उन चरणों में लेटा हूँ
जिनके कोई सन्‍तान नहीं, मैं उन माँओं का बेटा हूँ
हर घर में माँ की पूजा हो ऐसा संकल्‍प उठाता हूँ
मैं दुनिया की हर माँ के चरणों में ये शीश झुकाता हूँ

Tuesday, May 1, 2012

Quotes

Sunday, March 25, 2012

My Favorite Songs


++++++++++++++++++++++++++++++
छन के आई तो क्या, चांदनी तो मिली
चन्द दिन ही सही, ये कलि तो खिली
शुक्रिया जिंदगी,शुक्रिया जिंदगी,शुक्रिया जिंदगी
तेरी मेहरबानिया, तेरी मेहरबानिया,
सिर्फ एक रंग से तस्वीर होती कही
गम नहीं तो खुशी की कीमत नहीं
धुप छावं है तो दिलकश जहाँ
क्या शिकायत करें, फुर्सत कहाँ
अपनी तक़दीर की है दास्ताँ
कभी कातिलाना, कभी मेहरबान
+++++++++++++++++++++++++++++++++++
अधूरी कहानी मेरी, अधूरा फ़साना
 बुझे सारे सपने अपने, जला आशियाना
 है अनजान राहों की अजनबी फिजाओं में
 तनहा तनहा तनहा दिल मेरा
 ओ ओ ओ , तनहा तनहा तनहा दिल मेरा
 बस यादों की, परछाइयाँ...
 बेखुदी में , रंजो गम में डूबता ये..
तनहा तनहा तनहा दिल मेरा
ओ ओ ओ , तनहा तनहा तनहा दिल मेरा
 हर तरफ है मायूसियाँ, हर नज़र सवाली है-२
 हर घरी और हर एक लम्हा, अब खुसी से खाली है
 मंजिलों से दूर हुए, पास मेरे रह गया 
तनहा तनहा तनहा दिल मेरा
ओ ओ ओ , तनहा तनहा तनहा दिल मेरा
 माना रात का है आलम, आँखों में अँधेरा है - २
 अगले ही मोर पर तो उजला सवेरा है
 सोच सोच कर इसी को खुश ये आज हो रहा
 तनहा तनहा तनहा दिल
मेरा बस यादों की परछाइयाँ...
 ++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++

Friday, March 9, 2012

HOLI 2012

Here in Bihar, we have celeberated the HOLI festival on 9th march. I have experienced great pleasure and enjoyment while celeberating the Holi festival with my parents and relatives. No one can experience this pleasure, as I have experienced by meeting with several old friends, relatives and my parents on the HOLI festival whom I could not contacted from longer time. There is double pleasure- first getting occupied by different colors on face and body then the effort to get rid of these colors. Again the taste of several delicious food items built at home by my mother gives another exciting experience.

Thursday, March 8, 2012

I Love India

IndiaEveryday.com
A great website for Latest india news, bollywood, sports, world headlines and more.

Saturday, March 3, 2012

My First Flight Experience Delhi - Patna

It was my first experience of flight. I have availed the flight service of Indian Airlines.
The entire thing going near around me was very new but the travel experience was very good.
There were excellent services provided by Air India to his customers.
My journey includes in 2 parts
1) mohali to delhi - (by Auto/Bus/Metro)
2) delhi to patna - (by plane/auto)
First I was surprised with the Delhi Airport Metro line services. I have used this metro line service for the first time. This line has been uniquely built excellent services.
This line is different than other metro line services. Metro trains are available between Newdelhi and Airport in each 13 minutes interval.
1) There are modified metro trains for this route. There are more seats inside the train with other updated features.
2) Security check has been made stronger.
3) The major change is in the ticketing system for this route. Delhi metro provides unique airport line tokens to travel through this line.
4) Railway tracks are not visible at metro station, it is covered with the slider door, it opens when the train arrives.

I was surprised with the IGI airport services.
I have got my boarding pass by 4PM. In boarding pass, there is gate number and seat number is mentioned.
I have reached that gate by moving and moving. The boarding time was 5:35pm. So I have to wait there for more than 1 hour. There is nice comfortable waiting lounge at that gate. There are escalators to reach your boarding gate. After reaching at boarding gate, I talked on phone with my relatives.
At the boarding time, I have been get entered in the plane.  "Welcome Sir on the India Airlines plane". these lines get into my ears, as the air hostess was wishing all passengers with great pleasure and smile. I have replied with "Thank you".
I was in my seat and locked the seat belt as the instructions displayed on mini screen available to each passenger.
*Few anounce ments from airlines displayed on screen and audible to everyone.
1) The way to exit in case of emergency.
2) Way to lock the seat belt.
and ...
Magazines/newspaper/small display screen/instruction sheet/mineral water bottle/headphone are available to everyone.